वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी। इस बजट से जनता को काफी उम्मीदें हैं। माना जा रहा है कि वित्त मंत्री आयकर में राहत की भी घोषणा कर सकती हैं। बजट पूर्व बैठकों में वित्त मंत्री को इस संबंध में उद्योग जगत के नेताओं से सुझाव प्राप्त हुए हैं।
इस बात पर बल दिया जा सकता है।
आम बजट में निजी पूंजीगत व्यय बढ़ाने, कर सरलीकरण और व्यक्तिगत आयकर को कम करने को प्राथमिकता दिए जाने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का कहना है कि बजट में कर दरों में कटौती और कर प्रणाली में बड़े बदलाव शामिल होने की संभावना है। इससे देश में उपभोग बढ़ेगा, कराधान सरल होगा और आर्थिक विकास में तेजी आएगी। ईवाई इंडिया ने आयकर आयुक्त (अपील) के लंबित मामलों को निपटाने तथा वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र को मजबूत करने की सिफारिश की है।
इस तरह से बजट की शुरुआत हुई।
बजट शब्द फ्रांसीसी शब्द 'बुजेट' से आया है, जिसका अर्थ है छोटा थैला। फ्रेंच भाषा में यह शब्द लैटिन शब्द 'बुल्गा' से आया है। इसका अर्थ है 'चमड़े का थैला'। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बजट शब्द व्यापक रूप से तब प्रयोग में आया जब इंग्लैंड के पूर्व वित्त मंत्री सर रॉबर्ट वालपोल ने 1733 में संसद में बजट पेश किया। इस बीच, उनके हाथ में एक छोटा सा बैग था। जब उनसे पूछा गया कि बैग में क्या है तो उन्होंने जवाब दिया कि इसमें आपकी जरूरतों के हिसाब से बजट है। इसके बाद सरकारों के साल भर के वित्तीय लेखा-जोखा को बजट नाम दिया गया।
जब बजट लीक हुआ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले बजट से जुड़े सभी दस्तावेज केवल अंग्रेजी में ही छपते थे। लेकिन 1955-56 से यह अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में छपने लगा। कहा जाता है कि 1950 में देश का केंद्रीय बजट सदन में पेश होने से पहले ही लीक हो गया था। इसके बाद बजट मुद्रण का काम राष्ट्रपति भवन से मिंटो रोड स्थित प्रेस में स्थानांतरित कर दिया गया। हालाँकि, 1980 से बजट की छपाई नॉर्थ ब्लॉक स्थित सरकारी प्रेस में होने लगी।
शेयर बाज़ार खुला रहेगा।
बजट के दिन शेयर बाजार खुला रहेगा। वित्त मंत्री शनिवार, 1 फरवरी को बजट पेश करेंगे। शेयर बाजार में शनिवार और रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहता है, लेकिन 1 फरवरी से बाजार चालू रहेगा। ऐसे में बजट में की गई घोषणाओं का बाजार पर क्या असर होगा, यह उसी दिन पता चलेगा।