शेयर बाजार आज उछाल के साथ खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी इन दिनों बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। यहां से इस सप्ताह की शुरुआत बाजार के लिहाज से अच्छी रही है। समाचार लिखे जाने तक सेंसेक्स 350 अंक से अधिक चढ़ चुका था। जबकि निफ्टी में करीब 100 अंकों की मजबूती आई थी।
ये हैं सबसे ज्यादा लाभ पाने वाले
बजाज फिनसर्व इस समय बीएसई पर शीर्ष लाभार्थी बना हुआ है। शुरुआती कारोबार में इसमें 3 प्रतिशत से अधिक की बढ़त हुई है। इंडसइंड बैंक दूसरे स्थान पर है। इसके बाद जोमैटो और अडानी पोर्ट्स का नंबर आता है। इंडसइंड बैंक के प्रबंधन और प्रमोटरों के बयानों से इसके शेयर को मजबूती मिली है। वहीं, रिलायंस और एसबीआई जैसे शेयर फिलहाल कमजोर हैं।
यहां से मिला समर्थन
अमेरिकी शेयर बाजार पिछले सत्र में बढ़त के साथ बंद हुआ। नैस्डैक कम्पोजिट में 2.61%, एसएंडपी 500 में 2.13% तथा डाऊ जोन्स में 1.65% की वृद्धि हुई। इससे भारतीय बाजार को भी सपोर्ट मिला है। डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीतियों के कारण अमेरिकी बाजार को भी नुकसान उठाना पड़ा है, जिसका असर दुनिया के अन्य बाजारों पर भी पड़ा है। ऐसे में अमेरिकी बाजार का फिर से हरे निशान में लौटना अच्छा संकेत है।
आईटी सूचकांक दबाव में
आज अधिकांश सूचकांक हरे क्षेत्र में हैं। निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 0.89%, मेटल इंडेक्स में 0.79%, फार्मा इंडेक्स में 1.60% और निफ्टी बैंक इंडेक्स में 0.66% की बढ़त देखने को मिली है। हालांकि, आईटी सूचकांक दबाव में कारोबार कर रहा है। समाचार लिखे जाने तक इसमें 0.33% की गिरावट आ चुकी थी।
यह चिंता बनी हुई है।
बाजार के प्रति विदेशी निवेशकों की उदासीनता अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है। विदेशी निवेशक लगातार शेयर बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। मार्च के पहले 15 दिनों में ही उन्होंने 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री कर ली है। इससे पहले फरवरी में उन्होंने 34,574 करोड़ रुपये और जनवरी में 78,027 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक विदेशी निवेशक खरीदारी पर जोर नहीं देंगे, भारतीय बाजार का पुरानी स्थिति में लौटना मुश्किल है।