क्या प्यार के नाम पर किए गए वादे इतने कमजोर हो सकते हैं कि वे शादी के कुछ ही दिनों बाद मौत में बदल जाएं? हम ये सवाल इसलिए पूछ रहे हैं क्योंकि देश में इस समय तीन सनसनीखेज हत्या के मामले चर्चा में हैं—मेरठ का सौरभ हत्याकांड, औरैया हत्याकांड और बेंगलुरु हत्याकांड। आश्चर्य की बात यह है कि तीनों मामलों में हत्या का तरीका लगभग एक जैसा है। इन घटनाओं ने समाज में रिश्तों को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। आइये जानते हैं इन तीनों मामलों की पूरी कहानी।
मेरठ हत्याकांड
यहां सौरभ की पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी। इतना ही नहीं, इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने के बाद यह प्रेमी जोड़ा किसी हिल स्टेशन पर घूमने चला गया। 29 वर्षीय सौरभ राजपूत पूर्व मर्चेंट नेवी अधिकारी थे और वर्तमान में अमेरिका में एक बेकरी में काम करते थे। जब उसका पति लंदन में था, तब मुस्कान ने अपने बचपन के दोस्त साहिल शुक्ला से दोस्ती की और उससे प्यार करने लगी। 4 मार्च को मुस्कान ने पहले सौरभ के खाने में नींद की गोलियां मिलाकर उसे बेहोश किया और फिर साहिल की मदद से उसकी हत्या कर शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। शव को एक ड्रम में डालकर सीमेंट भर दिया ताकि मौका मिलते ही उसे ठिकाने लगाया जा सके। पुलिस ने मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया है।
औरैया नरसंहार
मेरठ हत्याकांड अभी सुलझा भी नहीं था कि इसी तरह का एक और मामला सामने आ गया। यह मामला यूपी के औरैया का है, जहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी, वो भी शादी के 15 दिन बाद। इस महिला का नाम प्रगति है, जिसने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर अपने पति दिलीप कुमार की हत्या करवा दी थी। प्रगति की शादी 5 मार्च 2025 को मैनपुरी जिले में दिलीप से हुई। यह शादी बहुत धूमधाम से हुई थी, लेकिन प्रगति इस विवाह से खुश नहीं थी। प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची और इसके लिए दो लाख रुपये की सुपारी भी दी। पुलिस ने प्रगति, अनुराग और शूटर रामजी नागर को गिरफ्तार कर लिया है।
बेंगलुरु नरसंहार
बेंगलुरु में एक सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है, जहां 19 वर्षीय यशस्विनी ने अपने 37 वर्षीय पति लोकनाथ सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी। लोकनाथ और यशस्विनी तीन साल तक रिलेशनशिप में रहे और अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर उन्होंने शादी कर ली। लेकिन शादी के बाद रिश्ते में खटास आने लगी। लोकनाथ ने यशस्विनी पर शारीरिक और मानसिक दबाव डालना शुरू कर दिया। जब उसने यशस्विनी की मां को भी अपने साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर करने की कोशिश की, तो यशस्विनी ने अपनी मां के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची और 22 मार्च को उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है।
समाज में बढ़ता अविश्वास
इन घटनाओं ने रिश्तों की गहराई और विश्वास पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या वाकई प्रेम विवाह में भी विश्वास इतना कमजोर हो सकता है कि यह अपराध की ओर बढ़ जाए? इन तीनों मामलों ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या प्यार अब रिश्तों को जोड़ने के बजाय तोड़ने का कारण बनता जा रहा है?