आदित्य ठाकरे पर क्यों लग रहा दिशा सालियान की मौत का इल्जाम? यहां जानिए हर एक बात

Photo Source :

Posted On:Saturday, March 22, 2025

पांच साल पहले हुई एक रहस्यमयी मौत ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर भूचाल ला दिया है। जून 2020 में दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की संदिग्ध मौत ने देश भर में हलचल मचा दी थी। अब, इस केस ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है, और राज्य के एक बड़े राजनेता की गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। दिशा सालियान के पिता, जो अब तक बेटी की मौत को आत्महत्या बताते थे, अब आरोप लगा रहे हैं कि यह एक हत्या थी। हाईकोर्ट में दाखिल याचिका और आरोपों ने महाराष्ट्र की राजनीति को हिला कर रख दिया है। सवाल ये है कि दिशा सालियान की मौत हादसा थी, आत्महत्या थी या साजिश के तहत की गई हत्या?

सुशांत की मौत से उठा तूफान

14 जून 2020 को, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या की खबर ने पूरे देश को झकझोर दिया। मुंबई के खार इलाके में स्थित उनके फ्लैट से उनका शव मिला। इससे ठीक छह दिन पहले, 8 जून 2020 को उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की रहस्यमयी मौत हुई थी। दिशा की मौत और उसके बाद सुशांत की खुदकुशी ने एक के बाद एक कई सवाल खड़े किए, जिसने ना केवल फिल्म इंडस्ट्री बल्कि राजनीतिक हलकों में भी भूचाल ला दिया। वरिष्ठ भाजपा नेता नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे ने दिशा और सुशांत की मौत को हत्या बताते हुए तत्कालीन उद्धव ठाकरे सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। नितेश राणे ने तो यहाँ तक दावा किया कि दिशा सालियान का बलात्कार हुआ और फिर उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे प्रकरण में उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का नाम सामने आ रहा है, जिन्हें राजनीतिक रसूख के चलते बचाया जा रहा है।

8 जून 2020 की वह रहस्यमयी रात

8 जून 2020 की रात दिशा सालियान अपने मंगेतर रोहन राय के मलाड स्थित गैलेक्सी रीजेंट अपार्टमेंट में थीं। बताया जाता है कि दिशा ने अपने कुछ करीबी दोस्तों के साथ पार्टी की थी। पार्टी में शराब पी गई और देर रात दिशा अचानक चुपचाप हो गईं। दोस्तों का दावा है कि दिशा भावुक और परेशान दिख रही थीं। कुछ ही देर में वह बालकनी में चली गईं और अचानक वहां से नीचे गिर गईं। उनका शव 14वीं मंजिल से गिरकर नीचे खून से लथपथ पाया गया। मुंबई पुलिस ने प्राथमिक जांच के आधार पर इसे आत्महत्या करार दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी तरह की जबरदस्ती या संघर्ष के निशान नहीं मिले। हालांकि, नितेश राणे और अन्य नेताओं ने इसे हत्या बताया और तत्कालीन सरकार पर मामले को दबाने के आरोप लगाए।

सीबीआई की एंट्री और राजनीति का उबाल

जब सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला सीबीआई को सौंपा गया, तब दिशा सालियान की मौत की भी दोबारा जांच हुई। नवंबर 2022 में सीबीआई सूत्रों से खबर आई कि दिशा की मौत एक दुर्घटना थी, लेकिन कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। पांच साल में सीबीआई या पुलिस ने किसी भी व्यक्ति को गिरफ़्तार नहीं किया। बावजूद इसके, नितेश राणे और भाजपा नेताओं ने बार-बार इसे हत्या करार दिया और आदित्य ठाकरे पर आरोप लगाए। सवाल यह है कि अगर सीबीआई के पास पर्याप्त सबूत नहीं थे, तो राणे बार-बार हत्या का दावा क्यों करते रहे? क्या यह सच में न्याय के लिए संघर्ष था या राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश?

दिशा सालियान के पिता का यू-टर्न

दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान, जो शुरू में राणे के आरोपों को नकारते रहे, अब 19 मार्च 2025 को अचानक बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंच गए और बेटी की मौत को हत्या बताते हुए न्याय की गुहार लगाई। सतीश सालियान का दावा है कि वे पूर्व में उद्धव ठाकरे सरकार के डर से चुप थे। उन्होंने कहा कि अब वे सच बोलना चाहते हैं और दोषियों को सजा दिलाना चाहते हैं। सतीश के वकील ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और आदित्य ठाकरे के बीच करीबी संबंध थे। आरोप है कि रिया ड्रग्स लेती थी और यह जानकारी दिशा ने सुशांत को दी थी। जब सुशांत ने रिया से सवाल किया, तो उसने आदित्य ठाकरे को सूचित किया। फिर आदित्य ने हस्तक्षेप कर दोनों के बीच समझौता कराया। वकील का दावा है कि रिया ने आदित्य के कहने पर सुशांत का घर छोड़ा था।

राजनीतिक रोटियां या न्याय की लड़ाई?

इस मामले ने महाराष्ट्र की राजनीति में जबरदस्त हलचल मचा दी है। भाजपा लगातार आदित्य ठाकरे के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग कर रही है। विधानसभा में इस मुद्दे को गर्माते हुए भाजपा नेताओं ने ठाकरे परिवार पर सवालों की बौछार कर दी। दूसरी ओर, आदित्य ठाकरे ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि यह उनकी छवि खराब करने की साजिश है। उद्धव ठाकरे ने भी बेटे का बचाव करते हुए कहा कि "यह सब राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए किया जा रहा है।" एनसीपी नेता रोहित पवार ने भी भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि "बीजेपी इस मुद्दे का इस्तेमाल बिहार और बीएमसी चुनावों में करने की फिराक में है।"

क्या है जनता का सवाल?

इस पूरे प्रकरण में कई सवाल खड़े हो गए हैं:

  • अगर सतीश सालियान सच बोल रहे हैं, तो तीन साल तक उन्होंने चुप्पी क्यों साधी?

  • अगर नितेश राणे के पास सबूत थे, तो उन्हें कोर्ट या जांच एजेंसियों के सामने क्यों नहीं रखा गया?

  • मुंबई पुलिस और सीबीआई ने पांच साल में कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं की?

  • क्या यह सिर्फ राजनीतिक स्टंट है या वास्तव में न्याय की लड़ाई?

अब सबकी निगाहें बॉम्बे हाईकोर्ट पर टिकी हैं कि वह दिशा सालियान की मौत से जुड़े इन नए आरोपों और याचिकाओं पर क्या रुख अपनाता है। क्या इस मामले में सच सामने आएगा या यह एक बार फिर राजनीति की धूल में दबकर रह जाएगा?

निष्कर्ष

दिशा सालियान की मौत, सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या और उससे जुड़ा सियासी घमासान आज भी भारतीय समाज और राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक तरफ न्याय की पुकार है, तो दूसरी तरफ सत्ता की लड़ाई। पांच साल बाद भी जवाब अधूरे हैं, और सवाल अनगिनत। अब देखना यह होगा कि सच्चाई सामने आती है या नहीं। लेकिन इतना तय है कि दिशा सालियान की मौत का सच अगर सामने आता है, तो यह महाराष्ट्र ही नहीं, पूरे देश की राजनीति की दिशा बदल सकता है।


बलिया और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. balliavocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.