मुंबई, 22 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने पेपर लीक मामले में कांग्रेस के पूर्व पार्षद को गिरफ्तार किया है। पूर्व पार्षद ने वनरक्षक भर्ती-2020 के पेपर के 6-6 लाख रुपए 7 अभ्यर्थियों से लिए थे। एसओजी पूर्व पार्षद से पूछताछ कर रही है। एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया- पूर्व कांग्रेस पार्षद नरेश देव उर्फ एनडी सारण को गिरफ्तार किया है। मामले में 12 मार्च को कंवराराम जाट को गिरफ्तार किया गया था, जिसने पूछताछ में एनडी सारण के बारे में बताया था। इसके बाद से ही एसओजी की टीम लगातार उसे पकड़ने की कोशिश कर रही थी। नरेश देव सहारण को एसओजी ने शुक्रवार शाम को बाड़मेर स्थित उसके घर से पकड़ा था। नरेश देव राजकीय कॉलेज बाड़मेर का छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुका है। एसओजी इस मामले में अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पूछताछ में एनडी सारण ने बताया, उसने हर उम्मीदवार से 6 लाख रुपए की डील की थी। 7 उम्मीदवारों से 42 लाख रुपए लिए थे।
एडीजी वीके सिंह ने बताया, एनडी सारण ने 13 नवंबर 2022 को हुई परीक्षा का सॉल्वड पेपर और अभ्यर्थियों को कार से बाड़मेर से उदयपुर भेजा था। उदयपुर में कंवराराम जाट और जबराराम जाट सभी उम्मीदवारों को अन्य साथी सांवरमल जाट के घर ले गए। जहां उन्हें सॉल्वड पेपर का प्रिंट निकालकर पढ़ाया गया था। पुलिस जबराराम जाट की तलाश कर रही है।
दरअसल, वनरक्षक भर्ती-2020 की परीक्षा 13 नवंबर 2022 को 2 पारियों में हुई थी। मास्टरमाइंड हरीश बाड़मेर से पेपर लेकर आया था। दोनों पारियों की परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को घर और होटल में पेपर हल कराए गए थे। 28 जून 2024 को बांसवाड़ा के शास्त्रीनगर निवासी प्रवीण मालवीया की गिरफ्तारी से मामला खुला था। प्रवीण ने बताया कि VDO सकन खड़िया ने हरीश सहारण और JEN अभिमन्यु सिंह के साथ मिलकर पेपर लीक की साजिश रची थी। पहली पारी का पेपर बांसवाड़ा के होटल ब्लू मून में और दूसरी पारी का पेपर प्रवीण के घर शास्त्रीनगर (बांसवाड़ा) में हल कराया गया था। हरीश और अभिमन्यु ने अभ्यर्थियों को पेपर हल करवाया था। VDO सकन खड़िया ने पूरे मामले में कोऑर्डिनेट किया था।