मुंबई, 22 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की हत्या के मामले में पत्नी पल्लवी को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेटी को भी अरेस्ट किया गया है। पुलिस सोर्स के मुताबिक घटना के समय ओम प्रकाश खाना खा रहे थे। इस दौरान दोनों के बीच झगड़ा हुआ। यह इतना बढ़ गया कि पत्नी ने उनकी हत्या कर दी। पल्लवी ने पहले ओम प्रकाश पर मिर्ची पाउडर फेंका, जब जलन से राहत पाने के पूर्व DGP इधर-उधर भाग रहे थे तो पल्लवी ने उनकी गर्दन, पेट और छाती पर चाकू से 10-12 वार किए गए। इस वारदात के दौरान बेटी कृति भी वहीं मौजूद थी। जांच से जुड़े सोर्स के मुताबिक, हत्या के 5 दिन पहले से ही आरोपी पत्नी गूगल से मौत की साजिश कर रही थी। गूगल पर 'गले की नसें काटने से मौत कैसे होती है' जैसी चीजें सर्च कीं। डिवाइसेज और सर्च हिस्ट्री खंगालने के बाद यह खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक, हत्या प्री-प्लांड थी। वहीं, शुरुआती जांच में सामने आया है कि हत्या के बाद पूर्व DGP की पत्नी ने एक अन्य IPS ऑफिसर की पत्नी को मैसेज किया- 'एक राक्षस को खत्म कर दिया।' बाद में पल्लवी ने उन्हें फोन कर बताया कि उसने ओम प्रकाश की हत्या कर दी है। इसके बाद IPS ऑफिसर ने ही पुलिस को सूचना दी।
तो वहीं, बेटे कार्तिकेश की शिकायत पर पूर्व DGP की पत्नी और बेटी कृति पर हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था। कार्तिकेश ने आरोप लगाया है कि उसकी मां पल्लवी पिछले एक सप्ताह से पिता को जान से मारने की धमकी दे रही थी। धमकियों के कारण पिता अपनी बहन के घर रहने चले गए थे। दो दिन पहले छोटी बहन कृति वहां गई और पिता को उनकी मर्जी के खिलाफ वापस ले आई। दोनों अक्सर पिता से झगड़ती थीं। इससे पहले कार्तिकेश ने एक टीवी चैनल को बताया था कि मां पल्लवी गंभीर मानसिक बीमारियों से जूझ रही हैं। उनका 12 साल से सिजोफ्रेनिया (भ्रम, डर लगने की बीमारी) का इलाज चल रहा है। वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ओम प्रकाश और पत्नी पल्लवी के बीच संपत्ति को लेकर विवाद था। ओम प्रकाश ने प्रॉपर्टी किसी रिश्तेदार को ट्रांसफर कर दी थी। इसके चलते दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था, जो बाद में हाथापाई तक आ गई। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि हत्या में उनकी बेटी की कोई भूमिका है या नहीं। बेंगलुरु के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विकास कुमार ने बताया कि पुलिस को रविवार शाम करीब 4 बजे रिटायर्ड अफसर की मौत की सूचना मिली।