मुंबई, 10 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम को केंद्र सरकार की जीत बताया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को घुटनों पर लाकर गिड़गिड़ाने के लिए मजबूर कर दिया। ऐसे में अब पाकिस्तान को आतंकवाद से परहेज घर आतंकियों को सरेंडर करवाना चाहिए। मदन राठौड़ ने कहा कि दूरदर्शन से पता चला है कि भारत और पाकिस्तान दोनों देशों ने आपस में बात कर युद्ध विराम की घोषणा की है। इससे ज्यादा जानकारी तो शीर्ष नेतृत्व से कुछ वक्त बाद ही पता चल पाएगी। लेकिन मुझे लगता है कि पाकिस्तान को आतंकवाद से परहेज करना चाहिए। पाकिस्तान को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि वहां आतंकवाद और आतंकवादी न पनप पाए। वहां किसी भी तरह का आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्र भी नहीं चलाए। इसके साथ ही जिन लोगों ने भारत के पहलगाम में आतंकी घटना को अंजाम दिया। पाकिस्तान को उन लोगों से सरेंडर भी करवाना चाहिए। इनके साथ ही अजर मोहम्मद से लेकर वह सभी आतंकवादी जिन्होंने भारत में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दिया है उन सबको भी पाकिस्तान द्वारा सरेंडर करवाना चाहिए। यह मेरी सोच और मेरा अंदाजा है।
राठौड़ ने आगे कहा कि, वैसे भी हमारा नेतृत्व इस स्थिति में आकर इतनी आसानी से किसी को छोड़ने वाला नहीं है। पहलगाम घटना के बाद नेतृत्व ने तय किया था कि ऐसा सबक सिखाएंगे कि पाकिस्तान जिंदगी भर याद रखेगा। उसी तर्ज पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई भी की गई। अब उन्हें शर्तों पर यह युद्ध विराम भी हुआ होगा। बाकी जो भी स्थिति है वह आपके और हमारे सामने जल्द आ ही जाएगी। राठौड़ ने कहा कि हमारा उद्देश्य आतंकवादियों और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करना था न कि पाकिस्तान की आम जनता को परेशान करना था। लेकिन बीते दिनों में पाकिस्तान ने आम नागरिकों को ही अपना ढाल बनाया। उन्होंने अपने एयर बेस पर हवाई यात्रा तक चालू रख रखी थी। ताकि निर्दोष यात्रियों की आड़ में वह हम पर मिसाइल छोड़ता रहे। उन्हें पता था भारत सामान्य नागरिकों पर कोई हमला नहीं करेगा। भारत में सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जहां आम नागरिक थे उन एयर बेस को निशाना नहीं बनाया। बल्कि, हमने सिर्फ सैन्य एयर बेस पर ही निशाना साधा। मोदी जी ने जो भी निर्णय लिया है, वह काफी सोच समझ कर लिया है। वैसे भी हमने पाकिस्तान का पानी रोक कर उन्हें घुटने पर ला दिया था। जिसके बाद पाकिस्तान गिड़गिड़ाने लगा, और उसे गिड़गिड़ाना भी चाहिए था। ताकि पाकिस्तान कोई भी कदम उठाने से पहले भविष्य में जरूर इन सभी पहलुओं का ध्यान रखें।