मुंबई, 26 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारत सरकार ने देश को एक नई तकनीकी सौगात देते हुए एडवांस भारत फोरकास्ट सिस्टम (BFS) लॉन्च किया है। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस अत्याधुनिक मौसम पूर्वानुमान प्रणाली को राष्ट्र को समर्पित किया। BFS सिस्टम देश के आपदा प्रबंधन, कृषि, जल प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा जैसे अहम क्षेत्रों में पंचायत स्तर तक सहायता पहुंचाएगा। यह प्रणाली मौसम से जुड़ी बेहद सूक्ष्म और सटीक जानकारी देने में सक्षम होगी, जिससे किसी भी प्राकृतिक आपदा से पहले प्रभावी कदम उठाए जा सकेंगे। पुणे स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी ने इस सिस्टम को विकसित किया है, जो 6 किलोमीटर के रेजोल्यूशन पर मौसम का पूर्वानुमान देने में सक्षम है और इसे दुनिया का सबसे उन्नत मौसम अनुमान मॉडल माना जा रहा है। मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने बताया कि अब देश को पहले से अधिक स्थानीय और सटीक मौसम जानकारी प्राप्त होगी। इस प्रणाली में अब तक उपयोग हो रहे सुपरकंप्यूटर प्रत्यूष की जगह अधिक शक्तिशाली 'अर्का' सुपरकंप्यूटर का उपयोग किया जाएगा, जो मौसम मॉडल को मात्र चार घंटे में संसाधित कर सकता है, जबकि प्रत्यूष को यही कार्य करने में दस घंटे लगते थे। यह सिस्टम 40 डॉपलर रडार से डेटा एकत्र करता है और भविष्य में 100 रडार से जुड़कर इसकी क्षमता और भी बेहतर होगी, जिससे दो घंटे पहले स्थानीय स्तर पर मौसम की सटीक भविष्यवाणी संभव हो सकेगी।
इसी बीच, देश के कई हिस्सों में तेज बारिश और तूफानी हवाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मुंबई में सोमवार सुबह से मूसलाधार बारिश जारी है, जिसके कारण हाल ही में शुरू हुए वर्ली अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन में पानी भर गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा एक मई को उद्घाटन किए गए इस स्टेशन में जलभराव से यातायात प्रभावित हुआ है। शहर में कम दृश्यता के कारण आठ उड़ानों पर असर पड़ा और सड़कों पर वाहन चालकों को लाइट जलाकर ड्राइव करना पड़ रहा है। 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवाओं ने कई इलाकों में पेड़ गिरा दिए, जिससे लंबा जाम लग गया और हार्बर तथा सेंट्रल रेलवे की लोकल ट्रेनें बाधित हुई हैं। हजारों लोग अभी भी फंसे हुए हैं। पुणे में हुई तेज बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर आ गए। पुणे-सोलापुर हाईवे पर पाटस इलाके में बादल फटने के कारण बारामती और इंदापुर में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। पानी भरने से करीब 200 घर प्रभावित हुए और कई गाड़ियां बह गईं। राहत और बचाव कार्यों के लिए NDRF की दो टीमें तैनात की गई हैं।
भारतीय मौसम विभाग ने मुंबई में पूरे दिन हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी दी है। सांताक्रूज, पाली हिल, विले पार्ले, अंधेरी, चेंबूर जैसे क्षेत्रों में 9 से 25 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है, जिससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। दक्षिण भारत में केरल में भी भारी बारिश का कहर जारी है। त्रिशूर में एक चलती ट्रेन पर पेड़ गिर गया, वहीं कोझिकोड में स्कूटर चला रहे व्यक्ति पर पेड़ गिरने से उसकी मौत हो गई। कोडंचेरी में भाई-बहन की करंट लगने से मौत हो गई। राज्य के नौ जिलों में स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। उत्तरी पलक्कड़ जिले में 40 घरों को नुकसान पहुंचा है, जिनमें से चार पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं। वायनाड जिले के पदिनजरथरा में कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है, जहां NDRF की 28 सदस्यीय टीम राहत कार्यों में जुटी है। मध्य प्रदेश में भी मौसम बदला हुआ है, जहां दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक ट्रफ के कारण अगले चार दिनों तक आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। देश में मानसून की रफ्तार इस बार सामान्य से तेज है। 24 मई को मानसून केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी पहुंच चुका था, और 25 मई को यह गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों के साथ मिजोरम, मणिपुर और नगालैंड में भी सक्रिय हो गया। महाराष्ट्र में 35 साल बाद पहली बार मानसून तय समय से पहले 26 मई को पहुंचा है। इससे पहले 1990 में यह 20 मई को राज्य में दाखिल हुआ था।