मुंबई, 18 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अपनी तीन देशों की विदेश यात्रा के अंतिम चरण में कनाडा से क्रोएशिया पहुंचे, जहां राजधानी जगरेब में भारतीय समुदाय ने उनका पारंपरिक अंदाज़ में स्वागत किया। स्वागत समारोह में मंत्रोच्चार और भारतीय सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किए गए, जिससे माहौल पूरी तरह भारतीय रंग में रंग गया। पीएम मोदी की यह यात्रा किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली आधिकारिक यात्रा है, जिससे यह ऐतिहासिक बन गई है। प्रधानमंत्री क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें व्यापार, निवेश, विज्ञान, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। इसके अलावा, वे राष्ट्रपति जोरोन मिलानोविच से भी मुलाकात करेंगे। क्रोएशिया में इस समय 17 हजार से ज्यादा भारतीय मूल के लोग रहते हैं, जो दोनों देशों के रिश्तों को सांस्कृतिक और मानवीय आधार पर भी मजबूत बनाते हैं।
क्रोएशिया जाने से पहले पीएम मोदी जर्मनी में आयोजित G7 समिट में विशेष आमंत्रित देश के रूप में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने दुनिया के कई शीर्ष नेताओं के साथ संवाद किया। क्रोएशिया एक ऐतिहासिक देश है जो 1991 में यूगोस्लाविया से अलग होकर स्वतंत्र हुआ था। स्वतंत्रता की घोषणा के बाद यहां चार साल तक भीषण गृहयुद्ध चला, जिसमें हजारों लोग मारे गए और लाखों को विस्थापन झेलना पड़ा। 15 जनवरी 1992 को यूरोपीय देशों ने इसे मान्यता दी और इसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने इसे सदस्यता प्रदान की। क्रोएशिया आज भी अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक विशेषताओं के कारण दुनिया भर में जाना जाता है। यह देश दुनिया को टाई देने वाला पहला देश है, जिसे यहां 'क्रावट' कहा जाता है और जो पहले क्रोएशियाई सैनिकों द्वारा पहनी जाती थी। मशहूर अमेरिकी टीवी सीरीज 'Game of Thrones' की शूटिंग यहां के डुब्रोवनिक शहर में हुई, जिसे सीरीज में 'King's Landing' नाम दिया गया। क्रोएशिया में 1,200 से भी अधिक द्वीप हैं, हालांकि इन सबमें निवास नहीं होता। यहां 10 से अधिक यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स हैं, जिनमें प्राचीन शहर स्प्लिट और डिओक्लेशियन का महल शामिल हैं। विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक निकोला टेस्ला का जन्म भी यहीं हुआ था, जब यह इलाका ऑस्ट्रो-हंगेरियन साम्राज्य के अंतर्गत आता था। क्रोएशिया का हुम शहर दुनिया का सबसे छोटा शहर माना जाता है, जहां सिर्फ 20 से 25 लोग रहते हैं। ऐसे देश में पीएम मोदी की यात्रा दोनों देशों के संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ने जा रही है।