बिहार में एक और पुल का हादसा हुआ है। पांच दिनों के अंदर दूसरा पुल ढह गया। इस बार सीवान के महाराजगंज अनुमंडल के पटेढ़ा और गरौली गांव के बीच गंडक नहर पर बना पुल ढह गया। शनिवार की सुबह अचानक पुल का एक पाया धंस गया, जिससे पूरा पुल नहर में गिर गया। घटना के बाद दोनों गांवों के बीच आवागमन बाधित हो गया है और इलाके में दहशत का माहौल है।
स्थानीय लोग पुल के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं। फिलहाल इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। यह पुल महाराजगंज प्रखंड के पटेढ़ी बाजार और दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत को जोड़ता था। पुल के ढहने से यातायात बाधित हो गया है, जिससे हजारों यात्री प्रभावित हुए हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पुल आज सुबह ढह गया। लोगों ने बताया कि इस पुल का निर्माण करीब 40-45 साल पहले स्थानीय निवासियों के चंदे से हुआ था, जिन्होंने इसके निर्माण के लिए धन जुटाया था।
बाद में सरकार से कुछ सहायता भी मिली। लोग अब मांग कर रहे हैं कि सरकार जल्द से जल्द पुल की मरम्मत कराए, ताकि बाधित यातायात सुचारू रूप से चालू हो सके। अभी तीन दिन पहले ही बिहार में करोड़ों की लागत से बना पड़रिया घाट पुल ध्वस्त हो गया था। पुल के एप्रोच रोड को बनाने और शुरू करने की तैयारी चल रही थी, तभी यह हादसा हुआ। यह पुल बेहद महत्वपूर्ण था, क्योंकि इस सड़क पर बने पुराने पुल की हालत पहले से ही बहुत खराब थी और वह सड़क से कट चुका था।
इस घटना पर ग्रामीण विकास मंत्री अशोक चौधरी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामले में शामिल सहायक अभियंता और जूनियर अभियंता को निलंबित कर दिया।