मुंबई, 21 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारतीय अब अपने लंबे वीकेंड का इस्तेमाल घरेलू यात्राओं के बजाय विदेश घूमने के लिए कर रहे हैं। हाल ही में हुए एक अध्ययन से पता चला है कि नए जमाने के यात्री, खासकर युवा, विदेशों में छोटी और यादगार छुट्टियां बिताने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
वीजा आवेदनों में भारी उछाल
वीजा आवेदन पोर्टल एटलीस (Atlys) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 15 अगस्त के वीकेंड के आसपास वीजा आवेदनों में 32% की भारी वृद्धि दर्ज की गई। यह ट्रेंड केवल बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है; सूरत, जयपुर और मोहाली जैसे टियर-2 शहरों में भी 35% की तेज वृद्धि देखी गई, जो इस बात का संकेत है कि यह एक राष्ट्रव्यापी चलन बन गया है।
कम दूरी के गंतव्य बन रहे पहली पसंद
इस ट्रेंड के पीछे मुख्य कारण कम दूरी की यात्राएं और आसान वीजा प्रक्रिया है। दक्षिण-पूर्व एशिया के गंतव्य जैसे बाली, वियतनाम, श्रीलंका, दुबई और थाईलैंड भारतीयों की पहली पसंद बन रहे हैं। एटलीस के अनुसार, लगभग 60% वीजा आवेदन इन जगहों के लिए ही किए गए हैं। इन जगहों की लोकप्रियता का कारण उनकी कम उड़ान का समय, परेशानी-मुक्त वीजा प्रक्रिया और जीवंत "शेयर-योग्य" (share-worthy) अनुभव हैं।
सोशल मीडिया और बदलती सोच
इस ट्रेंड को सोशल मीडिया भी बढ़ावा दे रहा है, जहां लोग अपनी विदेश यात्राओं की तस्वीरें और वीडियो साझा करते हैं। इसके अलावा, अब लोगों की सोच में बदलाव आया है। वे लंबी छुट्टी के लिए महीनों इंतजार करने के बजाय, उपलब्ध छुट्टियों का इस्तेमाल कर तुरंत ही छोटी यात्राएं प्लान कर रहे हैं। आसान वीजा पहुंच भी इसमें एक महत्वपूर्ण कारक है।
यह नया चलन दर्शाता है कि भारतीय यात्री अब अधिक साहसी और वैश्विक हो रहे हैं, और वे सिर्फ कुछ दिनों की छुट्टी में भी विदेशी संस्कृति और अनुभवों का लुत्फ उठाना चाहते हैं।