मुंबई, 19 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में स्थित एक बौद्ध मठ से जुड़ा सनसनीखेज सेक्स स्कैंडल सामने आया है, जिसने देश भर में बौद्ध समुदाय को झकझोर दिया है। इस मामले के खुलासे के बाद नौ भिक्षुओं को मठ से बाहर निकाल दिया गया है, जबकि एक महिला द्वारा करीब 102 करोड़ रुपए की उगाही और ब्लैकमेलिंग का आरोप सामने आया है। पूरा मामला उस समय सामने आया जब जून की शुरुआत में बौद्ध मठ से सीनियर भिक्षु फ्रा थेप वचिरापामोक अचानक लापता हो गए। पुलिस ने उनकी खोजबीन के दौरान ‘मिस गोल्फ’ के नाम से पहचानी गई एक महिला विलावन एम्सावत के घर पर छापा मारा। जब पुलिस ने विलावन के मोबाइल फोन की जांच की, तो उसमें भिक्षु फ्रा थेप वचिरापामोक और अन्य साधुओं के साथ लगभग 80,000 अश्लील तस्वीरें और वीडियो बरामद हुए।
पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि पिछले तीन वर्षों में विलावन ने कम से कम नौ भिक्षुओं के साथ यौन संबंध बनाए और उन्हें ब्लैकमेल कर 385 मिलियन थाई बाट (लगभग 102 करोड़ रुपए) की भारी रकम वसूल की। भिक्षुओं से मोटी रकम ऐंठने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में पुलिस ने विलावन एम्सावत को गिरफ्तार कर लिया है। वह पहले साधुओं को अपने प्रेम जाल में फंसाती थी, फिर उनके साथ आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड कर उन्हें सार्वजनिक करने की धमकी देकर मोटी रकम की मांग करती थी। विलावन ने यह दावा भी किया है कि वह लापता भिक्षु फ्रा थेप वचिरापामोक के बच्चे की मां है और उसने बच्चे की देखभाल के लिए उनसे 70 लाख बाट यानी करीब 1.90 करोड़ रुपए की मांग की थी। जांच में सामने आया कि अन्य भिक्षुओं ने भी उसे बड़ी रकम ट्रांसफर की थी और महंगे गिफ्ट्स भी दिए थे, जबकि विलावन ने इस पैसे का बड़ा हिस्सा ऑनलाइन जुए में उड़ा दिया। हालांकि, गिरफ्तारी से पहले विलावन ने लोकल मीडिया से बातचीत में दावा किया कि उसका संबंध सिर्फ एक भिक्षु से था और उसने उल्टा उस भिक्षु को पैसे दिए थे। यह पूरा मामला थाईलैंड के बौद्ध समाज में गहरे सदमे और आक्रोश का कारण बना है, क्योंकि यहां के भिक्षु ब्रह्मचर्य की शपथ लेते हैं और सांसारिक सुखों से दूरी बनाकर रखते हैं। इस विवाद के बाद थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने भिक्षुओं के व्यवहार और मंदिरों की वित्तीय प्रणाली की गहन समीक्षा का आदेश दिया है। साथ ही बौद्ध धर्म की शीर्ष संस्था ‘सांघा सुप्रीम काउंसिल’ ने इस प्रकरण को लेकर नए नियमों के मसौदे पर विचार के लिए एक विशेष समिति गठित की है। फिलहाल, प्रमुख भिक्षु फ्रा थेप वचिरापामोक का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है और पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।