अरुण जेटली (जन्म- 28 दिसम्बर, 1952, नई दिल्ली - मृत्यु - 24 अगस्त 2019) भारत की शीर्ष राजनीतिक पार्टियों में से एक 'भारतीय जनता पार्टी' (भाजपा) के प्रमुख नेता थे। वे भारत के वित्तमंत्री के पद पर आसीन भी रहे। 'राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन' (राजग) के शासन में अरुण जेटली केंद्रीय न्यायमन्त्री के साथ-साथ कई बड़े पदों पर भी आसीन रह चुके हैं।
जन्म तथा शिक्षा
28 दिसम्बर, 1952 को अरुण जेटली का जन्म देश की राजधानी दिल्ली में हुआ था। इनके पिता का नाम महाराज किशन जेटली और माता का नाम रतन प्रभा जेटली था। अरुण जेटली ने बी.कॉम. (ऑनर्स), एलएल.बी., श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स, दिल्ली विश्वविद्यालय और विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है। उनका विवाह 24 मई, 1982 को संगीता जेटली के साथ सम्पन्न हुआ था। जेटली दम्पत्ति एक पुत्र और एक पुत्री के माता-पिता हैं। अरुण जेटली भारत के उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता के पद पर भी आसीन रह चुके हैं।
लेखन कार्य
अरुण जेटली के क़ानूनी और सामयिक मामलों पर विविध लेख आदि प्रकाशित हुए हैं। उन्होंने सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्रियाकलाप आदि में भी भाग लिया है। कई शैक्षिक संस्थानों के साथ भी वे जुड़े रहे।
उपलब्धियाँ
- कमला नेहरू कॉलेज, दिल्ली के 1993-1998 के दौरान शासी निकाय के अध्यक्ष, सदस्य रहे।
- वाणिज्य श्री राम कॉलेज के शासी निकाय
- शासी परिषद, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, दिल्ली
- अध्यक्ष, दिल्ली ज़िला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए)
- उपाध्यक्ष, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई)
- सदस्य, शासी परिषद, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल)
पूर्व धारित पद
- 1980-1990 - अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल, भारत सरकार
- 13 अक्तूबर, 1999 - सूचना और प्रसारण मंत्रालय के राज्य मंत्री
- 30 सितम्बर, 2000 - स्वंतत्र प्रभार
- 10 दिसम्बर, 1999-जुलाई 2000 - विनिवेश (अतिरिक्त प्रभार) के राज्य मंत्री (स्वंतत्र प्रभार)
- अप्रैल, 2000 - राज्य सभा के लिये निर्वाचित हुए
- 23 जुलाई, 2000 - विधि, न्याय और कंपनी कार्य मंत्रालय के राज्य मंत्री रहे
- 6 नवम्बर, 2000 - राज्य मंत्री (स्वंतत्र प्रभार)
- 7 नवम्बर, 2000 - विधि, न्याय और कंपनी कार्य मंत्री
- 1 जुलाई, 2002-20 मार्च, 2001 - नौवहन मंत्री (अतिरिक्त प्रभार)
- 1 सितम्बर, 2001-29 जुलाई, 2002 - सदस्य, दिल्ली विश्वविद्यालय की कोर्ट
- 29 जनवरी, 2003 - सदस्य, गृह कार्य संबंधी समिति सदस्य, विदेशी मामलों संबंधी समिति
- 29 जनवरी, 2003 से विधि और न्याय मंत्री तथा वाणिज्य और 21 मई, 2004 उद्योग मंत्री
- अगस्त, 2004 से सदस्य, वाणिज्य संबंधी समिति सदस्य, विशेषाधिकार समिति
- अक्तूबर, 2004 से सदस्य, गृह मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति
- जनवरी, 2006 से सदस्य, भारतीय विश्व कार्य परिषद
- अप्रैल, 2006 - राज्य सभा के लिए पुनर्निर्वाचित हुए
- अगस्त, 2006 से सदस्य, लाभ के पद से संबंधित संवैधानिक और क़ानूनी स्थिति की जांच करने संबंधी संयुक्त समिति के सदस्य बने।
- 3 जून, 2009 से राज्य सभा में विपक्ष के नेता बने।
- विदेश यात्राएँ
- युवा आदान-प्रदान शिष्टमंडल के सदस्य के रूप में 1978 में सोवियत संघ की यात्रा की।
- अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल के रूप में स्विटजरलैंड और स्वीडन की यात्रा 1990 में की।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारतीय शिष्टमंडल के सदस्य के रूप में 1998 में संयुक्त राज्य अमरीका की यात्रा।
- सन 2000 में एक अंतरराष्ट्रीय संधि के सिलसिले में सीरिया की यात्रा।
- अमरीका, पाकिस्तान, ब्रिटेन, फ़्राँस, डेनमार्क, संयुक्त अरब अमीरात, नीदरलैंड, ब्राजील, मैक्सिको, मिस्र, चीन, थाइलैंड, जापान, दक्षिण कोरिया, म्यांमार, जर्मनी, दक्षिण अफ़्रीका और हंगरी के दौरे के दौरान भी भारत का प्रतिनिधित्व किया।
- कैनकन, मैक्सिको में 10-14 सितम्बर, 2003 के दौरान अपने नेतृत्व में विश्व व्यापार संगठन सम्मेलन में भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व किया।
महत्त्वपूर्ण सूचनाएँ
- छात्र जीवन के दौरान पढ़ाई-लिखाई और पाठ्येतर गतिविधियों, दोनों में ही उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अरुण जेटली ने कई सम्मान प्राप्त किए थे।
- अरुण जेटली 1974 में 'दिल्ली विश्वविद्यालय', छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे।
- स्वर्गीय जयप्रकाश नारायण द्वारा 1973 में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ शुरू किए गए आंदोलन के अरुण जेटली प्रमुख नेता थे।
- जयप्रकाश नारायण द्वारा नियुक्त राष्ट्रीय छात्र और युवा संगठन समिति के भी वे संयोजक रहे थे।
- अरुण जेटली आंतरिक आपातकाल (1975-1977) के दौरान, जब नागरिक स्वतंत्रताओं को निलंबित कर दिया गया, मीसा के तहत 19 महीने के लिए हिरासत में रहे थे।
- उन्होंने 1977 से उच्चतम न्यायालय और कई उच्च न्यायालयों में वकालत की थी।
- वर्ष 1989 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में अरुण जेटली का नाम नामित किया गया था।
- अरुण जेटली जून, 1998 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के उस अधिवेशन में भारतीय शिष्टमंडल के सदस्य रहे थे, जिसमें मादक दवाओं और धनशोधन से संबंधित क़ानूनों के बारे में घोषणाओं को अनुमोदित किया गया था।
- आईटी कनवर्जेन्स, भारत के प्रसारण क़ानून, विनिवेश और भारतीय संविधान के कार्यकरण की समीक्षा अरुण जेटली ने की थी। लंदन में भारत का महत्व, जीवंत गुजरात - वैश्विक निवेशकों का शिखर सम्मेलन, 2003, कानकुन-पश्चात् के परिदृश्य में फिक्की-अंकटाड की संयुक्त संगोष्ठी में मुख्य वक्तव्य सहित कई महत्त्वपूर्ण विषयों पर उन्होंने व्याख्यान दिए थे।
- जुलाई, 2002 में जम्मू-कश्मीर राज्य में शक्तियों के हस्तांतरण के मुद्दे पर राज्य सरकार तथा अन्य समूहों के नाम-निर्देशित प्रतिनिधियों के साथ वार्ता करने के लिए केन्द्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में भी अरुण जेटली नियुक्त किए गए थे।
निधन
पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का 24 अगस्त 2019 को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। वह 66 साल के थे। 9 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ के बाद अरुण जेटली को एम्स में भर्ती कराया गया था।