हर साल वैलेंटाइन्स डे को लोग खास बनाने की कोशिश में रहते है |कपल्स अपने साथ होने की ख़ुशी मनाते है और व्यपारी अलग अलग ऑफर्स के साथ अपना व्यपार बढ़ाने की तैयारी करते है | इस वर्ष वैलेंटाइन डे पर फ़र्ज़ी खबर भी फ़ैल रही थी |फ़र्ज़ी खबरों का अड्डा यानि व्हाट्सप्प यूनिवर्सिटी ने तो इस साल हद्द ही करदी जब वैलेंटाइन डे पर इस वर्ष मुंबई के सबसे बड़े और मेहेंगे होटल में कपल्स को मुफ्त ठहरने की अफवा फैला दी थी |
वेलेंटाइन डे पर एक संदेश वॉट्सऐप पर वायरल हो रहा था, जिसमें दावा किया गया कि वेलेंटाइन डे के अवसर पर ताज होटल कपल्स को 7 दिन का फ्री स्टे प्रदान कर रहा था | संदेश में कहा गया था कि प्रतिभागी एक कूपन या उपहार कार्ड जीत सकते थे, जिससे वो ताज होटल में 7 दिन तक मुफ्त में रुक सकते थे |
संदेश में लिखा था, "मुझे ताज होटल से एक उपहार कार्ड मिला और ताज में 7 दिनों तक मुफ्त में रहने का मौका मिला।" जैसे ही आप लिंक पर क्लिक करते हैं, एक संदेश दिखाई देता है. जिसमें लिखा होता है, “TAJ EXPERIENCES GIFT CARD TAJ Hotel ने वेलेंटाइन डे मनाने के लिए 200 उपहार कार्ड भेजे. TAJ में किसी भी होटल में 7 दिनों तक रुकने के लिए आप इस कार्ड का उपयोग कर सकते हैं. आपको बस सही उपहार बॉक्स खोलना है. आपके पास 3 कोशिशें हैं, शुभकामनाएं!"
यह मैसेज उसी तरह से फ़र्ज़ी था जैसे आम तौर पर व्हाट्सप्प मैसेज होते है | यदि खिलाड़ी उपहार कार्ड जीतता, तो यह खिलाड़ी को कार्ड को भुनाने के लिए अगले पृष्ठ पर जाने के लिए कहता | तब खिलाड़ी को वॉट्सऐप पर पांच ग्रुप या 20 व्यक्तियों को संदेश भेजने के लिए कहा जाता |
ये मैसेज पूरी तरह से फ़र्ज़ी था इसका दावा खुद होटल वालो ने ट्वीट कर किआ | ट्वीट में @TajHotels ने स्पष्टीकरण करते हुए लिखा था की “यह हमारे संज्ञान में आया है कि एक वेबसाइट वेलेंटाइन डे की पहल को बढ़ावा दे रही है, जिसमें व्हाट्सएप के माध्यम से ताज एक्सपीरियंस गिफ्ट कार्ड की पेशकश की गई है. हम बताना चाहेंगे कि ताज होटल्स / IHCL ने इस तरह का कोई प्रमोशन नहीं किया है. हम इस पर ध्यान देने और सावधानी बरतने का अनुरोध करते हैं.” |
फ़िशिंग हमले का संदेह जताते हुए मुंबई पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की थी जिसमे उपयोगकर्ताओं से लिंक पर क्लिक न करने का आग्रह किया गया था | संदेश के लिंक में मालवेयर के छिपे होने का संदेह था और इसे क्लिक करने पर आपके व्यक्तिगत डेटा, पासवर्ड, बैंक विवरण लीक होने जैसे गंभीर परिणाम हो सकते थे इसका डर था |