मरीजों का रोड पर ही इलाज किआ जा रहा है, ऐसे दावों के साथ कोरोना में ऑक्सीजन की किल्लत के बीच सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं| ट्विटर और फेसबुक पर ऐसी ही एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें दिख रहा है कि एक महिला रोड पर बैठी है। उसके मुंह पर ऑक्सीजन मास्क लगा है और बगल में एक ऑक्सीजन सिलेंडर भी रखा गया है। इस तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि कोरोना की मरीज को रोड पर ही इलाज हो रहा है। लेकिन ये तस्वीर 3 साल पुरानी है।
तृणमूल कांग्रेस के बंगार गोरबो ममता ट्विटर हैंडल से वायरल तस्वीर ट्वीट किया गया है |
तस्वीर के साथ कैप्शन लिखा है- इस मां का क्या अपराध है मोदी जी? तस्वीर के साथ इस ट्वीट को २०३ बार शेयर किया गया। लेकिन तस्वीर की हकीकत कुछ और ही है।
जाँच में पता चला कि तस्वीर ७ अप्रैल २०१८ कि यूपी के आगरा कि है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने भी इस खबर को पब्लिश किया था। ७ अप्रैल २०१८ को पब्लिश कि गई खबर को यूट्यूब पर शेयर किया गया था जिसमें लिखा था आगरा मेडिकल कॉलेज में एक शख्स अपनी मां के साथ एंबुलेंस का इंतजार करता हुआ। हालांकि बाद में हॉस्पिटल के अधिकारियों ने इस आरोप को खारिज किया था कि एंबुलेंस टाइम से नही पहुंची थी।
ऐसे में निष्कर्ष निकलता है कि सोशल मीडिया पर महिला को कोरोना मरीज बताते हुए वायरल तस्वीर और इसके साथ किया जा रहा दावा झूठा है।