आजकल सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा हैं जिसमें इस बात का दावा किया जा रहा है कि, देश में 5जी सेवा शुरू होने के बाद एक साइबर गैंग सक्रिय हो गया है, जो 4जी से 5जी कनेक्शन अपडेट करने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बना रहा हैं । इसके आगे इस मैसेज में ये भी दावा किया जा रहा है कि, गिरोह के सदस्य लोगों को बुलाकर यह साजिश रचते हैं और एक बार ओटीपी पता चलने के बाद वो बैक खाते को पूरा खाली कर देते हैं ।
जाँच पड़ताल—
वायरल मैसेज की जांच के लिए हमने इंटरनेट की मदद ली । बता दें कि, जब हमने कुछ कीवर्ड्स का उपयोग करके इसको सर्च किया तो हमको एक मीडिया रिपोर्ट मिली जिसमें पता चला कि, वायरल संदेश हवा में नहीं था। कई राज्यों में पुलिस को इसकी जानकारी पहले से ही है, क्योंकि उनके पास 4जी कनेक्शन को 5जी में बदलने के नाम पर सारी जमा पूंजी उड़ा देने के कई मामले सामने आ चुके हैं और इतना ही नहीं गुरूग्राम पुलिस ने इसके लिए एक जागरूकता अभियान भी चलाया हैं । बिहार पुलिस ने एक हेल्पलाइन जारी की है. तेलंगाना पुलिस ने अलर्ट जारी किया है, तो वहीं दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 5जी कनेक्शन के नाम पर जालसाजों के एक गिरोह को गिरफ्तार भी किया हैं । लेकिन सवाल यह था कि इस भीड़ से कैसे बचा जाए। हमने इसके लिए एक साइबर विशेषज्ञ से पूछा और उन्होंने हमें बताया कि, ऐसे धमकियों से बचने के लिए यह एहतियात बरतना जरूरी है।
अनुक्रम 1
अगर कोई इस तरह के कॉल, मेल या मैसेज करता है तो उसे फॉलो न करें।
संख्या 2
संदिग्ध लिंक, डोमेन नाम या ईमेल पतों में वर्तनी की त्रुटियां देखें।
संख्या 3
संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
चार नंबर
व्हाट्सएप में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन इनेबल करें, ताकि ओटीपी आने पर कोई लॉगइन न कर सके।
संख - या 5
अनजान कॉल आने पर ओटीपी शेयर न करें।