भारतीय शेयर बाजार में जब भी रेलवे सेक्टर की बात होती है, तो आईआरएफसी (IRFC) का नाम सबसे पहले आता है। पिछले एक हफ्ते में इस शेयर ने जिस तरह की रफ़्तार पकड़ी, उसने निवेशकों को पुराने दिनों की याद दिला दी। हालांकि, आज 29 दिसंबर 2025 को इसमें आई हल्की गिरावट ने ट्रेडर्स के बीच चर्चा छेड़ दी है। क्या यह रैली का अंत है या सिर्फ एक लंबी छलांग से पहले का विश्राम?
10 महीने का इंतजार और धमाकेदार वापसी
IRFC के शेयरधारकों के लिए पिछला एक साल काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। फरवरी 2024 में ₹155 के स्तर से शुरू हुई गिरावट ने निवेशकों के धैर्य की कड़ी परीक्षा ली। मार्च 2024 में स्टॉक ₹108 तक गिर गया और महीनों तक उसी दायरे में संघर्ष करता रहा। इस अवधि को निवेशक '10 महीने का वनवास' कह रहे थे।
लेकिन दिसंबर के आखिरी हफ्तों में कहानी बदल गई। 19 दिसंबर को जो शेयर ₹111 पर था, उसने मात्र एक सप्ताह में 18% से ज्यादा की उछाल दर्ज की और ₹137 के स्तर को छुआ। बजट 2026 के करीब आते ही रेलवे स्टॉक्स में एक बार फिर सरकारी आवंटन और विस्तार की उम्मीदों ने जान फूंक दी है।
29 दिसंबर की गिरावट: डरें या खरीदें?
सोमवार, 29 दिसंबर को शेयर में ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली (Profit Booking) देखी गई। जब कोई स्टॉक कम समय में 18-20% भागता है, तो निवेशक अपना मुनाफा सुरक्षित करना पसंद करते हैं।
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एक्सपर्ट की राय: आनंद राठी इन्वेस्टमेंट सर्विसेज के एक्सपर्ट जिगर एस पटेल के अनुसार, इस गिरावट से घबराने के बजाय चार्ट्स पर ध्यान देना चाहिए।
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मजबूत सपोर्ट: चार्ट्स पर ₹125 का स्तर एक 'कंक्रीट वॉल' की तरह काम कर रहा है। यदि शेयर इस स्तर तक गिरता है, तो यह नए निवेशकों के लिए एंट्री का बेहतरीन मौका हो सकता है।
अगले पड़ाव: ₹137 और ₹142 के मायने
टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार, IRFC के लिए ₹137 का स्तर एक महत्वपूर्ण 'रेजिस्टेंस' यानी बाधा है।
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ब्रेकआउट की स्थिति: यदि शेयर आने वाले दिनों में ₹137 के ऊपर क्लोजिंग देने में कामयाब रहता है, तो इसमें एक फ्रेश ब्रेकआउट होगा।
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अगला लक्ष्य: ₹137 के पार निकलते ही स्टॉक के लिए ₹142 और उसके बाद ₹150 का रास्ता साफ हो जाएगा।
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बजट का तड़का: चूंकि अगले कुछ हफ्तों में रेल बजट की चर्चाएं तेज होंगी, इसलिए फंडामेंटल तौर पर स्टॉक को सपोर्ट मिलने की पूरी उम्मीद है।
निवेशकों के लिए रणनीति
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लंबी अवधि के निवेशक: जो लोग 1-2 साल के लिए निवेशित हैं, उन्हें छोटी-मोटी गिरावट की चिंता नहीं करनी चाहिए। IRFC का बिजनेस मॉडल (रेलवे एसेट्स की लीजिंग) बेहद सुरक्षित है।
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शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स: छोटे समय के लिए निवेश करने वालों को ₹125 के स्टॉप-लॉस के साथ नजर रखनी चाहिए।
निष्कर्ष: IRFC ने अपनी सुस्ती तोड़ दी है। आज की मुनाफावसूली बाजार की एक स्वस्थ प्रक्रिया है। अगर आप रेलवे की ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा करते हैं, तो ₹125-₹130 का जोन खरीदारी के लिए एक आकर्षक 'मार्जिन ऑफ सेफ्टी' प्रदान करता है।