मुंबई, 10 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कोलकाता के सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की गई। आरोपी संजय को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। उसे सियालदह कोर्ट में पेश किया गया था। 23 अगस्त को कस्टडी खत्म होगी। पुलिस ने संजय को 9 अगस्त को गिरफ्तार किया था। सामने आया है कि वो अस्पताल का कर्मचारी नहीं है, बाहरी व्यक्ति है। लेकिन उसकी अस्पताल के अलग-अलग विभागों में काफी पहुंच है। पुलिस के मुताबिक, संजय की हरकतें संदिग्ध हैं। वह सीधे तौर पर घटना में है। साथ ही पुलिस घटना की रात ट्रेनी डॉक्टर के साथ हॉस्पिटल में मौजूद 5 लोगों से पूछताछ कर रही है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर मुरली धर ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता (BNS) के सेक्शन 103 (1) हत्या और सेक्शन 64 (बलात्कार) के तहत केस दर्ज किया है। यह रेप और हत्या का मामला है। जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई है।
वहीं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने जांच पूरी करने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर इस बीच अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। दरअसल, कोलकाता के सरकारी अस्पताल (आरजी कर मेडिकल कॉलेज) के सेमिनार हॉल में बीते दिन पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी महिला डॉक्टर का अर्धनग्न शव मिला था। शुरुआती जांच में सामने आया है कि उसकी रेप के बाद हत्या की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है। वहीं, सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जाएगा। दोषी को फांसी की सजा देने की मांग करेंगे। CBI जांच से कोई ऐतराज नहीं है।
कोलकाता पुलिस के अनुसार, डॉक्टर के आंख, मुंह और प्राइवेट पार्ट्स से खून बह रहा था। उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन, दाहिने हाथ, रिंग फिंगर और होठों पर भी चोटें थीं। गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई थी। ऐसा लगता है कि रेप के बाद गला घोंटकर हत्या की गई है। सुसाइड की कोई आशंका नहीं है। 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर चेस्ट मेडिसिन डिपार्टमेंट में PG सेकेंड ईयर की स्टूडेंट थी। घटना 8-9 अगस्त की रात की है। घटना के बाद मेडिकल स्टूडेंट्स, भाजपा, कांग्रेस और वाम दलों ने अस्पताल के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने CBI जांच की मांग की है। कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल ने कहा कि मृतका का पोस्टमार्टम हो चुका है। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। जांच के लिए SIT का गठन किया है। हमने सभी तरह के सबूतों का विश्लेषण किया, जिसके आधार एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।