आजकल सोशल मीडिया पर एक नया ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि किसी तस्वीर को "टच" करने या उस पर क्लिक करने से आपको सीधे कैशबैक मिल जाएगा। फेसबुक, व्हाट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ऐसी पोस्ट्स धड़ल्ले से शेयर की जा रही हैं। खास बात ये है कि इन पोस्ट्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों और सरकारी योजनाओं के नामों का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि लोगों को विश्वास हो सके। लेकिन क्या वाकई ऐसा है?
इंडिया टीवी ने इन वायरल दावों की पड़ताल की और पाया कि ये दावे पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक हैं। ये पोस्ट्स लोगों को धोखा देने, उनका डाटा चुराने और साइबर फ्रॉड करने के उद्देश्य से शेयर की जा रही हैं।
क्या हो रहा है वायरल?
29 जून से लेकर 1 जुलाई 2025 के बीच कई फेसबुक अकाउंट्स और पेजों ने एक ही तरह की पोस्ट शेयर की, जिसमें दावा किया गया कि “सोने के मोर को टच करें और पाएं ₹691 कैशबैक” या “आपको मिला है स्क्रैच कार्ड, तुरंत छुएं और पैसे अपने बैंक में पाएं।”
उदाहरण के लिए:
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"इसी हब" नाम के अकाउंट ने लिखा, “बधाई हो, आपने जीता है कैशबैक कूपन 691।”
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"ड्रीम स्वाट", "योजना भत्ता" और "जनधन योजना" नाम के पेजों ने भी यही पोस्ट्स अलग-अलग दिनों पर शेयर की।
वायरल दावे की पड़ताल
जब हमारी टीम ने इन लिंक पर क्लिक कर सच्चाई जाननी चाही तो “Sureshcare.com” नाम की एक वेबसाइट खुली, जिसमें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के नाम पर नकली स्क्रैच कार्ड दिखाई दिया। साइट पर लिखा था कि स्क्रैच कार्ड को खरोंचते ही ₹1999 आपके खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
लेकिन यहां गौर करने वाली बात ये है:
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सरकारी वेबसाइट का असली डोमेन होता है: .gov.in
या .nic.in
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जबकि यह वेबसाइट sureshcare.com
, dailyreward.xyz
जैसे डोमेन पर है — जो किसी भी सरकारी संस्था से जुड़ी नहीं है।
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फर्जी वेबसाइट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर और सरकारी योजना की नकल करके लोगों को लुभाने की कोशिश की गई।
एक अन्य वेबसाइट, dailyreward.xyz ने भी खुद को "प्रधानमंत्री अनुदान योजना" से जोड़ा, लेकिन असल में ऐसा कोई योजना केंद्र सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट myscheme.gov.in पर मौजूद नहीं है।
फर्जी लिंक पर क्लिक करना कितना खतरनाक है?
जब एक पोस्ट के लिंक पर क्लिक किया गया, तो ब्राउज़र से सुरक्षा चेतावनी (Security Alert) मिला, जिसमें बताया गया कि ये वेबसाइट आपकी डिवाइस के लिए खतरा बन सकती है।
इनका उद्देश्य होता है:
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यूजर की निजी जानकारी चुराना
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बैंक खाते या मोबाइल वॉलेट से पैसे निकालना
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फोन या कंप्यूटर में वायरस डालना
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सोशल मीडिया लॉगिन चुराकर फ्रॉड करना
कैसे पहचानें फेक वेबसाइट और कैशबैक स्कैम?
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सरकारी योजनाओं की वेबसाइट हमेशा .gov.in या .nic.in से खत्म होती है।
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कोई भी सरकारी स्कीम बिना आवेदन या प्रमाण के सीधे कैश नहीं देती।
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फर्जी वेबसाइट अक्सर लोकप्रिय नामों की नकल करती हैं – जैसे ‘जनधन योजना’, ‘प्रधानमंत्री योजना’ आदि।
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अगर वेबसाइट पर स्क्रैच कार्ड, स्पिन द व्हील या तस्वीर को टच करने की बात हो – तो सावधान हो जाइए, ये जालसाजी है।
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हमेशा भारत सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट myscheme.gov.in या pmindia.gov.in पर ही योजना चेक करें।
📢 निष्कर्ष: सचेत रहें, सुरक्षित रहें
4 जुलाई 2025 को सामने आए इस फैक्ट चेक से यह स्पष्ट हो गया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे “तस्वीर को टच करो और कैशबैक पाओ” जैसे मैसेज पूरी तरह फर्जी हैं। इनका मकसद आम लोगों को भ्रमित करना और धोखाधड़ी करना है।
हमारी सलाह है:
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किसी भी ऐसे लिंक पर क्लिक न करें।
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किसी अंजान वेबसाइट पर अपनी निजी जानकारी (जैसे OTP, बैंक डिटेल, पासवर्ड) न दें।
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साइबर क्राइम की शिकायत के लिए www.cybercrime.gov.in पर जाएं।
अपने परिवार और दोस्तों को भी जागरूक करें और ऐसे फर्जी दावों से सतर्क रहें।