साल के शुरुआत में सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल हो रहा था , जिसमे दावा किया जा रहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने पासपोर्ट से नेशनेलिटी का कॉलम हटा दिया था । फेसबुक पर एक व्हाट्सप्प मैसेज का स्क्रीनशॉट और व्हाट्सप्प पर भी यह मैसेज वायरल हो रहा था | हजारों लोग इसे शेयर कर चुके थे और इस पर प्रतिक्रिया भी दे चुके थे। हालांकि इसकी पड़ताल करने पर पाया गया है कि इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है और यह मैसेज पूरी तरह से फर्जी था।
सैयद एतमाद के नाम से लिखा गया जिसमे एतमाद खुद को वकील बताते हुए लिख रहा था कि मोदी सरकार ने पासपोर्ट से 'नेशनेलिटी इंडियन' कॉलम हटा दिया है।
ऐसे में अपने पुराने पोसपोर्ट बहुत संभाल कर रखें।
जब विदेश मंत्रालय सूत्रों से जानकारी ली गई बताया गया कि यह दावा एकदम बेबुनियाद था । मंत्रालय से जुड़े लोगों ने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है क्योंकि बिना नेशनेलिटी कॉलम के पासपोर्ट बन नहीं सकता है। नेशनेलिटी का कॉलम अभी भी है। पासपोर्ट में सबसे ऊपर ही नेशनेलिटी का कॉलम है।