भारतीय रेलवे को लेकर आजकल सोशल मीडिया पर एक बड़ा दावा किया जा रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि, भारतीय रेलवे की 151 ट्रेनों, रेलवे प्रॉपर्टी स्टेशनों और अस्पतालों का निजीकरण किया जा रहा है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस ट्वीट को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट के तौर पर सोशल मीडिया में शेयर किया जा रहा है । इसमें कहा गया है कि, रेलवे हर साल 12 लाख लोगों को रोजगार दे रहा है । ऐसे में निजीकरण को लेकर यह दावा तेजी से वायरल हो रहा है । मगर जब इस दावे की सच्चाई का पता पीआईबी ने लगाया तो इस मैसेज को पूरी तरह से फर्जी बताया । दरअसल, पीआईबी का कहना है कि यह पूरी तरह से झूठा दावा है । भारतीय रेलवे द्वारा ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
इसके आगे पीआईबी ने कहा कि, भारतीय रेलवे अपनी किसी भी संपत्ति का निजीकरण नहीं कर रहा है। रेलवे ने इस मामले में कोई घोषणा नहीं की है। पीआईबी के मुताबिक, यह लोगों को गुमराह करने की कोशिश है । मैसेज के माध्यम अक्सर लोगों के बीच फेक न्यूज फैलाने और सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की जाती है तो आप ऐसी किसी भी खबर पर विश्वास नहीं करें और उसका फैक्ट चेक जरूर करें ।