मुंबई, 09 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और एक अज्ञात सरकारी अफसर के बीच हुई बातचीत का एक ऑडियो टेप लीक हुआ है, जिसे BBC ने प्रमाणित किया है। रिपोर्ट के अनुसार, यह कॉल 18 जुलाई 2024 को ढाका स्थित प्रधानमंत्री आवास से की गई थी, जिसमें हसीना प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के निर्देश देती सुनाई देती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों को जहां देखा जाए, उन्हें गिरफ्तार किया जाए और अगर वे घातक हथियारों का इस्तेमाल करें तो गोली मार दी जाए। BBC की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस आदेश के बाद राजधानी ढाका में मिलिट्री-ग्रेड हथियारों का इस्तेमाल किया गया और जुलाई 2024 के विरोध प्रदर्शनों में करीब 1,400 लोगों की जान गई। 5 अगस्त 2024 को हुए तख्तापलट से पहले छात्रों ने सरकारी नौकरियों में कोटा व्यवस्था को लेकर बड़ा आंदोलन शुरू किया था। इसी दौरान भीड़ ने प्रधानमंत्री आवास पर हमला कर दिया था, लेकिन शेख हसीना इससे पहले ही देश छोड़कर हेलिकॉप्टर के जरिए भारत भाग आई थीं।
हसीना पर विरोध के दौरान मानवता के खिलाफ अपराध, हत्या और अपहरण जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्रिमिनल ट्रिब्यूनल ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया था। हालांकि, हसीना अब भी भारत में हैं और ट्रिब्यूनल की अवमानना के मामले में उन्हें 6 महीने जेल की सजा भी सुनाई जा चुकी है। ऑडियो टेप में हसीना यह भी कहती सुनाई देती हैं कि उन पर दर्ज 227 मुकदमों के बदले उन्हें 227 लोगों को मारने का लाइसेंस मिल गया है। यह बातचीत सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी और कई अखबारों में प्रकाशित भी हुई। उनके पद छोड़ने के बाद कई और ऑडियो टेप लीक हो चुके हैं, लेकिन BBC द्वारा प्रमाणित यह ऑडियो अब तक का सबसे पुख्ता सबूत माना जा रहा है जिसमें हसीना ने सीधे गोली चलाने का आदेश दिया था। बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद बनी यूनुस सरकार ने हसीना पर देशद्रोह समेत 225 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं और उनका पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया है। साथ ही भारत से उन्हें डिपोर्ट करने की अपील भी की गई है। हालांकि भारत सरकार ने हसीना का वीजा बढ़ा दिया है, जिससे संकेत मिला है कि उन्हें फिलहाल डिपोर्ट नहीं किया जाएगा।